2 सितंबर : VIP रोड पर मॉर्निंग वॉक करने गए मोवा निवासी मोहम्मद जाहिद को बाइक सवार 3 युवकों ने चाकू मारकर उनका मोबाइल लूट लिया। घटना के बाद जाहिद अपने दोस्त के साथ थाना पहुंचा और शिकायत दी। अब तक FIR नहीं हुई।
25 अगस्त : टिकरापारा के सब्जी बाजार में रिटायर्ड रेंजर असीम सरकार (78) का मोबाइल चोरी कर उनके खाते से 76 हजार रुपए निकाल लिए। उन्होंने पहले मोबाइल चोरी, फिर 3 दिन बाद पैसा निकलने की शिकायत दी। अब तक FIR नहीं हुई।
9 अगस्त: ब्राह्मणपारा निवासी अरूण कुमार शर्मा का आजाद चौक इलाके में मोबाइल चोरी हो गया। 3 दिन बाद मोबाइल चोरी की शिकायत दी। घटना के 5 दिन बाद पता चला कि खाते से 1.27 लाख रुपए निकल गए हैं। अब तक FIR नहीं हुई।
ये तीनों मामले रायपुर के हैं और इनमें से किसी में भी अब तक FIR नहीं हुई है।
असीम कुमार सरकार ने बताया कि मोबाइल उनकी ऊपर की पॉकेट में था। वहां किसी ने निकाल लिया। थाने में गए और रिपोर्ट दी। BSNL कंपनी को बेटे ने वहीं से शिकायत की, तो उन्होंने कहा कि 4 घंटे में बंद हो जाएगा, लेकिन नहीं किया गया। बैंक से रुपए निकले तो कागज भी हमने ही वहां से निकालकर थाने को दिए।
आपराधिक मामलों में छत्तीसगढ़ की रैंकिंग घटने की जगह बढ़ती जा रही है। 2021 में जहां प्रदेश 8वें स्थान पर था, वहीं 2022 में 6वें स्थान पर आ गया है। इस बात का खुलासा NCRB की रिपोर्ट में हुआ है।
छत्तीसगढ़ विधानसभा सत्र में डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने इसके आंकड़े भी पेश किए हैं। ये आंकड़े हत्या, दुष्कर्म, लूट, ठगी और तस्करी जैसे गंभीर अपराधों के हैं। गृहमंत्री विजय शर्मा ने बताया कि 2019 से 2023 तक हर साल क्राइम का ग्राफ बढ़ा है।
अधिवक्ता मनहरण वर्मा के अनुसार, अगर पुलिस एफआईआर दर्ज करने से इनकार करे तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ शिकायत की जा सकती है। पुलिस स्टेशन से ही एसपी, एएसपी, डीएसपी और सीएसपी को कॉल कर या सामने उपस्थित होकर शिकायत कर सकता है।
ऐसा करने से पीड़ित की शिकायत तो दर्ज की ही जाएगी। साथ ही एफआईआर लिखने से इनकार करने वाले अधिकारी के खिलाफ भी एक्शन होगा। अगर अफसर से शिकायत के बाद भी सुनवाई नहीं हो रही है तो लोकल कोर्ट में जा सकते हैं।