मणिपुर में कथित कुकी आतंकियों उग्रवादियों के एक समूह ने 8वीं भारतीय रिजर्व बटालियन के बंकर के ऊपर पहले ड्रोन, मोर्टार से हमला किया और फिर बाद में बंकर में रखी तीन ऑटोमैटिक राइफलें लेकर फरार हो गए। पुलिस ने बताया कि यह घटना उस दिन हुई जब कुकी उग्रवादियों ने इम्फाल पश्चिम जिले के एक मैतेई बहुल गांव पर ड्रोन के जरिए हमला किया। इस हमले में एक महिला की मौत हो गई और 16 अन्य लोग घायल हो गए।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इम्फाल पूर्व में सिनाम कोम के पास मीखान में 8वीं भारतीय रिजर्व बटालियन के बंकर पर सोमवार सुबह 4 बजे अचानक से हमला शुरू हो गया, अचानक हुए इस हमले के कारण जवानों ने बंकरों को खाली कर दिया और पास ही में सुरक्षित स्थानों पर पोजीशन ले ली। इस घटना दौरान ही कुकी उग्रवादियों ने एक बंकर पर कब्जा कर लिया और उसमें रखें हथियार उठा लिए। इन हथियारों में एके-47, एक इंसास और एक इंसास एलएमजी सहित तीन ऑटोमैटिक राइफलें उठा ली।
सुबह लगभग साढ़े सात बजे तक फायरिंग जारी रही, जब तक कि इम्फाल पूर्व से जिला कमांडो और केंद्रीय बलों का बैकअप दल नहीं पहुंच गया। इसके बाद उग्रवादी भाग खड़े हुए और अपने साथ वह तीन राइफलें भी ले गए। इसके बाद मणिपुर पुलिस ने केंद्रीय बलों के साथ मिलकर क्षेत्र पर नियंत्रण हासिल कर लिया और बंकर पर दोबारा कब्जा कर लिया। इस घटना में किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। मणिपुर पुलिस और केंद्रीय बलों ने आसपास के इलाकों में तलाशी अभियान चलाया है लेकिन अभी तक कोई वसूली नहीं की गई है।
मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदाय के बीच चल रहा संघर्ष अब भीषण रूप लेने लगा है। यह मुद्दा राष्ट्रीय चर्चा का केंद्र तब बना था जब एक समुदाय की महिलाओं के साथ दूसरे समुदाय के लोगों ने अभद्रता की थी और उनकी नग्न अवस्था में परेड करवाई थी। आरक्षण के मुद्दे के साथ शुरू हुआ यह संघर्ष पूरे मणिपुर की शांति के लिए खतरा बना हुआ है। छोटे-छोटे ग्रुप बना कर दोनों ही समुदाय एक-दूसरे के लोगों पर हमला करते हैं और इन लोगों की जान जाती है। इन हमलों में अत्याधुनिक हथियारों और ड्रोन वॉर फेयर तकनीक का भी इस्तेमाल किया जाता है, जिसके कारण इन हमलों में पड़ोसी देशों का हाथ होने की आशंका जताई जाती है।